म्हारी मैया भोजलाईवाली, थारी जग में शान निराली, म्हारी करियो थे रखवाली, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. दादी म्हारे घरां पधारो, तरसे कद सु मनडो म्हारो, - २ म्हाने एक आसरो थारो, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. कद सू थारी बाट निहारां, म्हारी कुटिया ने बुहारॉ, थाने कद सू खड्या पुकारां, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. म्हारी मैया भोजलाईवाली, थारी जग में शान निराली, म्हारी करियो थे रखवाली, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. गंगाजल से स्नान करावां, मन् के आसन पे बैठावाँ, रोली मोली थाल सजावाँ, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. थे तो ओढो चूनड भारी, हाथां मेहंदी राचे न्यारी, म्हे तो करस्यां पूजा थारी, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. म्हारी मैया भोजलाईवाली, थारी जग में शान निराली, म्हारी करियो थे रखवाली, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. थारो रूप अनोखो सोहे, दादी भक्तां रो मन् मोहे, जो भी देखे सुध बुध खोवे, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. करके सिंह सवारी आओ, म्हाने दुर्गा रूप दिखाओ, आ कर रूचि रूचि भोग लगाओ, म्हारा दादीजी, म्हारा दादीजी. म्हारी मैया भोजलाईवाली, थारी जग में शान निराली, म्हारी करियो थे रखवाली, म्हारा दाद...